महाराष्ट्र, पुणे में बढ़े जीका वायरस के केस: आखिर क्या है जीका वायरस? क्या हैं जीका वायरस के लक्षण? स्वास्थ्य विभाग ने पुणे के इन इलाकों से कलेक्ट किए थे 25 सैंपल
महाराष्ट्र राज्य के पुणे में पिछले कुछ दिनों से खतरनाक जीका वायरस के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। महाराष्ट्र के पुणे में 1 जुलाई को यानी कल 2 प्रेग्नेंट महिलाओं में वायरस की पुष्टि हुई हैl इसके अलावा बीते 11 दिनों के अंतर्गत पुणे में जीका वायरस के मरीजों की संख्या बढ़कर 6 पहुंच गयी है। यह दोनों नए केस पुणे के एरंडवाने क्षेत्र से मिले हैं।
हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि जीका वायरस का सबसे पहला केस 21 जून के दिन महाराष्ट्र राज्य के पुणे में एक डॉक्टर में मिला था। जिसके बाद जीका वायरस डॉक्टर से उनकी 15 साल की बेटी में भी संक्रमित हो गया था। यह डॉक्टर और उनकी बेटी उसी इलाके में रहते हैं, जहां 1 जुलाई को जीका वायरस के 2 नए मामले मिले हैं।
दोनों नए जीका वायरस के मरीजों के टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा उस क्षेत्र से कई नए सैंपल लिए गए हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस क्षेत्र में दवाओं की स्प्रे और फॉगिंग भी की जा रही है, ताकि पूरे क्षेत्र में संक्रमण को फैलने से बचा जा सकेl
स्वास्थ्य विभाग ने पुणे के इन इलाकों से कलेक्ट किए थे 25 सैंपल
जीका वायरस के लगातार बड़ते हुए मरीजों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने पुणे के कुछ इलाकों से 25 सैंपल कलेक्ट किए थे। वर्तमान में PMC (पुणे नगर निगम) की स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कल्पना बलिवंत हैंl डॉ. कल्पना बलिवंत के अनुसार उनकी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुणे के इलाकों से 25 सैंपल कलेक्ट किए थे।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुणे के एरंडवाने इलाके से 12 सैंपल कलेक्ट किए थे, जिसमें से 7 सैंपल गर्भवती महिलाओं के थे। इन 7 गर्भवती महिलाओं के सैंपल में से दो गर्भवती महिलाओं की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा अधिक जांच करने पर पता चला है कि इन मरीजों की देश में या विदेश में कोई भी ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुणे के मुंधवा क्षेत्र से भी 13 सैंपल कलेक्ट किए थे, इन सैम्पलों में से किसी भी गर्भवती महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं मिलीl
क्या है जीका वायरस?
जीका वायरस एडीज मच्छरों से फैलने वाला एक घातक वायरस है। जीका वायरस में मानव शरीर में उपस्थित कोशिकाओं का उपयोग कर ऑर्गेनिज्म काफी बड़ी संख्या में कॉपीज बनाते है। जीका वायरस की सबसे कठिन और हैरान कर देने वाली बात यह है कि अधिकतर जीका वायरस से संक्रमित लोगों को यह पता ही नहीं चलता है कि वे इस वायरस से संक्रमित हैं। दरअसल, ऐसा इसीलिए होता है क्योंकि जीका वायरस के लक्षण काफी हल्के होते हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि जीका वायरस गर्भवती महिलाओं को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाता है। जीका वायरस के कारण गर्भवती महिलाओं भ्रूण का मस्तिष्क पूर्ण रूप से विकसित नहीं हो पाता है।
क्या हैं जीका वायरस के लक्षण?
जीका वायरस से संक्रमित अधिकतर लोगों में इस वायरस के कोई लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) के अनुसार, जीका वायरस से पीड़ित 5 में से केवल 1 व्यक्ति में ही इस वायरस के लक्षण दिखाई देते हैं। पहली बात तो जीका वायरस के लक्षण नजर आते नहीं हैं और जो लक्षण नजर आते भी हैं तो वो इतने कॉमन होते हैं कि यह अंदाज लगाना बहुत कठिन हो जाता है कि वह व्यक्ति जीका वायरस से संक्रमित है या नहींl