विश्व छात्र दिवस 2024: डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के सपनों को समर्पित यह प्रेरणादायक दिन क्यों है खास?
15 अक्टूबर यानी भारत के 11वें राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के जन्मदिन को हर वर्ष विश्व छात्र दिवस के रूप में मनाया जाता हैl उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन छात्रों के प्रति समर्पित किया थाl वो हमेशा से देश के युवा वर्ग को अपने सपनों, शिक्षा और मेहनत से आधार पर अपने जीवन में सफल होने के लिए प्रेरित करते रहते थेl बता दें कि विश्व छात्र दिवस (world students day) को मानाने का उद्देश्य छात्रों के प्रयासों को सम्मानित कर उनका प्रोत्साहन बढ़ाना हैl
एपीजे अब्दुल कलाम को समर्पित है विश्व छात्र दिवस
15 अक्टूबर के दिन हर वर्ष विश्व छात्र दिवस मनाया जाता हैl यह ख़ास दिन भारत के 11वें राष्ट्रपति और मिसाइल मैन डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के जन्मदिन के सम्मान में मनाया जाता हैl डॉ. कलाम ने अपना सम्पूर्ण जीवन छात्रों को प्रेरित करने और उनकी शिक्षा के लिए समर्पित कर दिया थाl उन्होंने अपने पूरे जीवन में हमेशा से युवाओं को प्रेरित करने का कार्य किया हैl इस ख़ास दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य छात्रों द्वारा किए जाने वाले प्रयासों, उनके महत्व और उनकी भूमिकाओं को स्वीकार करके उन्हें उज्जवल भविष्य के लिए प्रेरित करना हैl
सपने देखने और उन्हें साकार करने की देते थे प्रेरणा
जैसा की हम सभी जानते हैं, भारत के मिसाइल मैन का जीवन हमेशा से ही छात्रों के लिए बहुत प्रेरणादायक रहाl उन्होंने तकनीकी और विज्ञान के क्षेत्र में तो अपना असाधारण योगदान दिया ही दिया, इसके अलावा वो युवा छात्रों को भी सदैव बड़े-बड़े सपने देखते रहने और उन्हें साकार करने के लिए भी प्रेरणा देते आए हैंl उनका कहना था कि किसी भी देश के भविष्य का निर्माण उस देश के युवा ही करते हैं, इसीलिए उनका उचित मार्गदर्शन होना बहुत आवश्यक हैl
विश्व छात्र दिवस मानाने का मुख्य उद्देश्य
विश्व छात्र दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य देश के छात्रों के लिए समाज की महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को प्रदर्शित करना, समाज में छात्रों की महत्वपूर्ण भूमिकाओं को दर्शाना तथा शिक्षा के असल महत्व को उजागर करना हैl डॉ. कलाम का कहना था, “किसी भी राष्ट्र के छात्रों को केवल अच्छी शिक्षा ही नहीं देनी चाहिए, बल्कि इसके अलावा उन्हें उच्च आदर्श और मूल्यों के माध्यम से भी प्रेरित करना चाहिएl”
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का कहना था, “शिक्षा का मुख्य उद्देश्य सिर्फ ज्ञान अर्जित करना नहीं है, बल्कि अपने चरित्र का सही निर्माण कर देश के समाज में अपना सकारात्मक योगदान देना भी हैl”
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की उपलब्धियां
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर वर्ष 1931 को तमिलनाडु राज्य के रामेश्वरम में हुआ थाl डॉ. कलाम ने अपना जीवन तकनीकी अनुसंधान और विज्ञान के क्षेत्र में समर्पित कर दियाl उन्होंने भारत के मिसाइल कार्यक्रम को सफल बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा की, जिसके कारण उन्हें “मिसाइल मैन” के नाम से भी जाना जाता हैl
भारत ने डॉ. कलाम के नेतृत्व में पृथ्वी और अग्नि जैसी 2 प्रमुख मिसाइलों का सफलतापूर्वक परीक्षण किया थाl जिसके बाद देश की रक्षा प्रणाली पहले से काफी अधिक मजबूती और बेहतर हो गईl इसके बाद डॉ. कलाम ने एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल कीl दरअसल, भारत का परमाणु परीक्षणों होने के बाद, भारत परमाणु शक्ति संपन्न देशों में शामिल हो गया और इस प्रोजेक्ट में कलाम ने प्रमुख भूमिका निभाईl
FAIL का अर्थ असफलता नहीं होता- डॉ. कलाम के विचार
डॉ. कलाम ने हमेशा से ही छात्रों को प्रेरित किया और अपने प्रेरणादायक विचारों के माध्यम से उन्हें बहुमूल्य ज्ञान भी दियाl डॉ. कलाम का कहना था कि “यदि जीवन में आप असफल होते हैं, तो हार कभी न मानें क्योंकि FAIL का मतलब होता है- ‘First Attempt In Learning’ (सीखने में पहला प्रयास)l End is not the end (अंत, अंत नहीं होता है), END का मतलब है ‘effort never die’ (प्रयास कभी नहीं मरता) यदि आपको अपने प्रयासों के जवाब में ‘NO’ भी मिलता है, तो हमेशा याद रखना कि NO का मतलब है ‘next opportunity’ आइए, इस अवसर पर मिलकर एक पोजिटिव सोच बनाते हैंl”