27.7 C
Asia
रविवार, फ़रवरी 23, 2025
होमEventsमनोज सोनी ने कार्यकाल समाप्ति से पहले क्यों दिया इस्तीफा? जानें वजह...

मनोज सोनी ने कार्यकाल समाप्ति से पहले क्यों दिया इस्तीफा? जानें वजह और उनका जीवन परिचय

मनोज सोनी ने कार्यकाल समाप्ति से पहले क्यों दिया इस्तीफा? जानें वजह और उनका जीवन परिचय

यूपीएससी चेयरमैन मनोज सोनी ने अपना कार्यकाल खत्म होने से पहले ही इस्तीफा दे दियाl उन्होंने कार्यकाल प्रारंभ होने के मात्र एक साल बाद इस्तीफा दे दिया हैl वर्ष 2023, माह मई में मनोज सोनी अध्यक्ष बने थेl मनोज का कार्यकाल वर्ष 2029 में समाप्त होने वाला थाl इसके अलावा यह माना जाता है कि मनोज पीएम नरेंद्र मोदी के करीबी हैंl

 

इस वजह से दिया मनोज सोनी ने इस्तीफा 

UPSC (यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन) के चेयरमैन मनोज सोनी ने अपना कार्यकाल समाप्त होने के पांच वर्ष पूर्व ही  अपना इस्तीफा दे दियाl जबकि मनोज सोनी का कार्यकाल वर्ष 2029 में समाप्त होने वाला थाl सूचना के मुताबिक यूपीएससी चेयरमैन मनोज सोनी ने कुछ “व्यक्तिगत कारणों” की वजह से इस्तीफा दे दिया हैl

वर्ष 2017 से 2023 तक मनोज सोनी ने UPSC के सदस्य के रूप में ही कार्य किया थाl इसके बाद 16 मई, 2023 से  मनोज सोनी ने UPSC चेयरमैन के पद पर कार्य किया थाl बता दें कि UPSC चेयरमैन का कार्यकाल छह वर्षों का होता हैl सूचना के मुताबिक मनोज ने करीब एक माह पहले ही राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा दे दिया थाl लेकिन यह बात जान लें कि अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि मनोज सोनी का इस्तीफा स्वीकार किया जाएगा या नहींl

 

मनोज सोनी ने कार्यकाल समाप्ति से पहले क्यों दिया इस्तीफा? जानें वजह और उनका जीवन परिचय

 

मनोज सोनी को माना जाता है पीएम मोदी का करीबी 

मनोज सोनी के पीएम नरेंद्र मोदी के साथ घनिष्ठ संबंध हैं और इसकी वजह से ही मनोज को सभी अच्छे से जानते भी हैंl  वर्ष 2005 में पीएम मोदी ने मनोज सोनी को वडोदरा में स्थित एमएस विश्वविद्यालय का सबसे युवा कुलपति नियुक्त किया थाl बता दें कि यूपीएससी (यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन) में आने से पुर्व, मनोज ने गुजरात राज्य के दो विश्वविद्यालयों में कुलपति के पद पर कार्य किया था और यह तीन कार्यकालों में पूर्ण किया थाl इसमें बीएओयू (डॉक्टर बाबासाहेब अंबेडकर ओपन विश्वविद्यालय) में दो कार्यकाल सम्मिलित हैंl

 

आखिर कौन हैं मनोज सोनी?

17 फरवरी 1965 को मनोज सोनी का जन्म मुंबई में हुआ था। मनोज का बचपन बहुत संघर्षों से भरा रहा है। मनोज जब पांचवी क्लास पढ़ते थे तो उनके पिता की मृत्यु हो गई थी, जिसके कारण पढ़ाई के लिए काफी कम उम्र में ही उन्हें रोड पर अगरबत्ती बेचने का कार्य करना पड़ाl इसके बाद आर्थिक स्थिति कुछ हद तक ठीक होने पर वह अपनी माता के साथ गुजरात में आणंद चले आए थे और वहीं उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी की।

प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद मनोज ने बीए और एमए वडोदरा के एमएस विश्वविद्यालय से किया। इसके बाद उन्होंने  इंटरनेशन रिलेसंश की पढ़ाई सरदार पटेल विश्वविद्यालय से पूरी कीl उन्होंने UPSC की परीक्षा दो बार दी थी, लेकिन वह पहली बार UPSC की प्रारंभिक परीक्षा में असफल हो गए और दूसरी बार UPSC इंटरव्यू में असफल हो गए और  UPSC क्वालिफाई करने का उनका सपना पूरा नहीं हो पायाl

 

क्या है UPSC ?

UPSC यानी यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन केंद्र सरकार की तरफ से देश में आयोजित बहुत सारी परीक्षाओं के संचालन में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है, जिसमें सिविल सेवा परीक्षाएं सम्मिलित हैंl UPSC विशेषकर आईपीएस, आईएफएस, आईएएस की परीक्षाओं का संचालन करती हैl

सम्बंधित ख़बरें

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Most Popular

Recent Comments