श्यामलताल: टनकपुर का प्रमुख आकर्षण और स्वामी विवेकानंद आश्रम
न्यूज़LIX, टनकपुर: श्यामलाताल टनकपुर शहर से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। श्यामलताल टनकपुर का प्रमुख आकर्षण श्यामलताल एक खूबसूरत गांव में स्थित एक प्राकृतिक झील है। झील को श्याम के नाम से भी जाना जाता है जिसका सामान्य अर्थ है – थोड़ा गहरा जटिल रंग। इसका उपयोग भगवान के कृष्ण का वर्णन करने के लिए भी किया जाता है। श्यामलताल की झील का रंग काला है इसका कारण झील की गंदगी तथा इसके चारों ओर की पहाड़ियां हैं।
श्यामलताल झील टनकपुर के मुख्य बाजार से 22.5 किलोमीटर दूर स्थित है। यह झील समुंद्र तल से 1500 मीटर की ऊंचाई पीआर स्थित है। इसके साथ ही साथ श्यामलताल झील चंपावत के बस स्टेशन से लगभग 56 किलोमीटर दूर स्थित है। इस झील के क्षेत्र का फैलाव 1.5 वर्ग किलोमीटर से भी अधिक है। झील के किनारे स्वामी विवेकानंद का प्रसिद्ध आश्रम भी स्थित है जिसके कारण सालों से काफी ज्यादा मात्रा में लोग यहां आते रहे हैं।
श्यामलाताल – प्राचीन श्याम सौंदर्य
श्यामलाताल चारों ओर से हरी भरी पहाड़ियों से घिरा हुआ एक खूबसूरत स्थान है। यह एक शांतिपूर्ण तथा प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर जगह है। झील का काला पानी यहां आने वाले पर्यटकों को आकर्षित करता है। झील में मछलियां पकड़ने को एक लोकप्रिय गतिविधि माना जाता है।
झील के किनारे एक आश्रम स्थित है जिसकी स्थापना स्वामी विवेकानन्द जी ने सन् 1913 ने की थी। श्यामलाताल झील में दो संस्थाएं स्थित हैं – स्वामी विवेकानंद आश्रम और श्री रामकृष्ण सेवा आश्रम।
ये दोनों ही आश्रम इस क्षेत्र के आस-पास रहने वाले जरूरतमंद लोगो के लिए चिकित्सा सुविधा केंद्र के रूप में कार्य कर रहे हैं। स्वामी विवेकानंद जी का मुख्य उद्देश्य दूसरों का भला करना और हर वक्त पवित्र रहना था।
श्यामलाताल का मौसम
श्यामलातल झील का मौसम गर्मियों के समय में बहुत सुहाना होता है यही कारण है की गर्मियों के समय यहां बहुत लोग घूमने के लिए भी आते हैं। इसके विपरीत सर्दियों के समय में यहां बहुत ज्यादा ठंडा भी होता है। यहां का प्राकृतिक सौंदर्य तथा झील का गहरा काला रंग यात्रियों को आकर्षित करता है। इसके साथ ही साथ यहां लोग मछलियां पकड़ने और बोट की सैर करने के लिए भी बड़ी ही उत्सुकता के साथ आते हैं।
श्यामलाताल कैसे पहुंचे?
पर्यटकों को श्यामलातल पहुंचने के लिए टनकपुर से सूखीढांग होते हुए जाना होता है। जिसके लिए वे कार/टैक्सी का लाभ उठा सकते हैं। यह स्थान मोटररोड के मध्यम से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। यदि पर्यटक आस-पास के ही लोग हैं तो वे बाइक/स्कूटर से भी श्यामलाताल के लिए रवाना हो सकते हैं।