राष्ट्रीय खेल दिवस 2024: तिथि, इतिहास, महत्व, थीम और मेजर ध्यानचंद का योगदान
राष्ट्रीय खेल दिवस 2024 हर वर्ष 29 अगस्त के दिन पूरे भारत द्वारा मेजर ध्यानचंद की याद में और भारत में फिटनेस और खेल के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता हैl भारत में यह दिन बड़े ही हर्षो उल्लास के साथ मनाया जाता हैl यह दिन विशेष रूप से स्वास्थ्य और सक्रिय रहने हेतु खेलों के महत्त्व पर जोर देता हैl
मेजर ध्यानचंद की याद में मनाया जाता है यह दिवस
राष्ट्रीय खेल दिवस 2024 का महत्व
इस दिवस की स्थापना भारत के युवा पीढ़ी के लोगों की विभिन्न खेलों में भागीदारी को बढ़ाने हेतु की गई थी। इस दिवस में खेलों के मार्ग में किए गए मेजर ध्यानचंद के योगदान को प्रदर्शित किया जाता है। भारत में ध्यानचंद को अक्सर खेल के फील्ड में उनके द्वारा हासिल किए गए असाधारण कौशल और उपलब्धियों के लिए याद किया जाता है।
राष्ट्रीय खेल दिवस के दिन पूरे देश भर में खेलों से संबंधित तरह-तरह में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इन कार्यक्रमों के दौरान बहुत से एथलीटों, टीमों और व्यक्तियों को खेलों के मार्ग में उनके द्वारा हासिल की गई उत्कृष्ट उपलब्धियों हेतु सम्मानित भी किया जाता है।
राष्ट्रीय खेल दिवस 2024 की थीम क्या है?
2024 में इस दिवस की थीम को लेकर अभी तक किसी भी प्रकार की घोषणा नहीं की गई है। जबकि पिछले वर्ष इस दिवस की थीम थी – “खेल एक समावेशी और स्वस्थ समाज के लिए सहायक हैं।”
मेजर ध्यानचंद का परिचय
मेजर ध्यानचंद का जन्म 29 अगस्त वर्ष 1905 को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुआ था। मेजर ध्यानचंद भारतीय इतिहास के सबसे महान हॉकी खिलाड़ियों में से थे। वर्ष 1926 से 1948 तक उनका भारतीय हॉकी का करियर चला। अपने हॉकी के करियर के दौरान उन्होंने लगभग 185 मैच खेले, जिनमें 400 से भी ज्यादा गोल लगाए। उनके असाधारण प्रदर्शन और पूर्ण योगदान के कारण भारत में हॉकी के स्वर्णिम काल का उदय हुआ और उन्होंने वर्ष 1928, 1932 और 1936 में भारत के लिए तीन स्वर्ण पदक जीते।