कठुआ आतंकी हमला: 5 जवान शहीद का बदला लेने की तैयारी जारी, सरकार ने खोले सभी विकल्प
कठुआ आतंकी हमला: हाल ही में “कठुआ आतंकी हमला” में पांच सैनिक शहीद हो गए थे। सेना के इन 5 जवानों की शहादत के पश्चात् अब भारतीय सेना को सर्जिकल स्ट्राइक जैसे बड़े एक्शन की छूट दी गई है। हालांकि अभी सारी बातें स्पष्ट नहीं हुई हैं परंतु खुफिया रूप से बताया जा रहा है कि भारत सरकार कठुआ में हुए आतंकी हमले को लेकर किसी बड़े प्लान पर कार्य कर रही है।
सोमवार 8 जुलाई के दिन जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में हुए आतंकी हमले में सेना के 5 जवानों के शहीद होने और कई अन्य जवानों के घायल होने के बाद पूरे देश में गुस्से की आग भड़क रही है। जम्मू-कश्मीर के हालात पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कुछ घंटे पूर्व ही हाईलेवल मीटिंग की है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा की गई इस बैठक में सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी और सीडीएस जनरल अनिल चौहान शामिल थे।
सूचना मिली है कि सरकार जम्मू-कश्मीर में हो रहे आतंकी हमलों को लेकर कुछ बड़ी प्लानिंग कर रही है। इस आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों की शहादत का बदला लेने के लिए सरकार ने सभी विकल्प खुले रखे हैं। सोमवार, 8 जुलाई को आतंकवादियों ने सेना के दो ट्रकों पर घात लगाकर हमला किया था। इससे पहले कठुआ में किसी प्रकार की आतंकी गतिविधियों को नहीं देखा गया था।
भारतीय सेना का आतंकवादियों पर कड़ा प्रहार
‘इकोनॉमिक टाइम्स’ ने गुप्त सूत्रों के जरिए सूचना दी है कि भारतीय सेना प्रमुख ने पश्चिमी सेना के कमांडर के साथ मिलकर आतंकवाद का विरोध करने हेतु कुछ रणनीतियों के संबंध में चर्चा की है। ET की रिपोर्ट में यह दावा भी किया है कि भारत सरकार ने आतंकवादियों को लॉन्च पैड पर पूर्ण रूप से खत्म करने और खुफिया ऑपरेशन को अंजाम देने के साथ-साथ अन्य सभी विकल्पों को सेना के लिए खुला रखा है।
सेना ने कहा, “जम्मू में आतंकवादी छिपे हैं”
सोमवार को जम्मू के कठुआ में हुए आतंकी हमले के बाद रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने मंगलवार के दिन आतंकी हमले के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का संकल्प लिया था। रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने कहा कि हमारे राष्ट्र के प्रति सैनिकों की निस्वार्थ सेवा को पूरा राष्ट्र हमेशा याद रखेगा और हमारे शूरवीर सैनिकों शहादत का बदला जरूर लिया जाएगा। भारत देश इस आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को मुंह तोड़ जवाब देगा।
जम्मू क्षेत्र में लगातार हो रहे बड़े-बड़े आतंकवादी हमले सुरक्षा बलों के लिए बड़ी चिंता का विषय बन गए हैं। भारतीय सेना द्वारा ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि वर्तमान में जम्मू के इस क्षेत्र में लगभग सात आतंकवादी मॉड्यूल सक्रिय हैं। इसके अलावा 70 से भी अधिक आतंकवादी लोग नियंत्रण रेखा के पार लॉन्च पैड पर तैनात खड़े हैं।
हेलिकॉप्टर, ड्रोन और कुत्तों की सहायता से ढूंढ रहे आतंकवादी
सुरक्षा बलों द्वारा आतंकवादियों को खत्म करने के लिए जम्मू के जिला डोडा के ज्यादा ऊंचाई वाले वन क्षेत्रों की घेराबंदी कर दी है। आतंकवादियों की तलाश ऑपरेशन के लिए सेना अधिकारियों द्वारा विशेष सेना बलों को भी अलग- अलग जगहों पर तैनात किया गया है।
सोमवार, 8 जुलाई को भारतीय सेना के साथ हुई मुठभेड़ में शामिल आतंकवादियों का पता लगाने के हेतु हेलीकॉप्टर की सहायता से विशेष बलों को जम्मू के कठुआ में उतारा गया है। जम्मू के घने जंगल में आतंकवादियों के सर्च ऑपरेशन में शामिल सैनिकों की सहायता हेतु ड्रोन भी उपलब्ध करवाए गए हैं। सैनिकों को इस मिशन में खोजी कुत्तों की सहायता भी दी जा रही है।