मनिहार गोठ में ईद-उल-अजह: एकता और भाईचारे के साथ मनाया गया पवित्र त्योहार
मनिहार गोठ क्षेत्र में ईद-उल-अजह के दिन सुबह का समय – मनिहार गोठ क्षेत्र उत्तराखंड राज्य के चंपावत जिले के अंतर्गत आने वाला एक छोटा सा गांव है। यह एक मुस्लिम गांव है। मनिहार गोठ गांव में आज ईद-उल-अजह के दिन सुबह-सुबह सभी लोग ईद की नमाज की तैयारियों में लगे हुए हैं। नमाज से पहले सुबह के समय लोगों ने अपनी कुर्बानी के बकरे को अपने हाथों से रोटियां खिलाई और इसे स्नेह भी किया। माना जाता है की इस तरह से करना इस्लाम के आखरी पैगंबर हजरत मुहम्मद साहब की सुन्नत है। इसके बाद हजरत मुहम्मद साहब की सुन्नत के मुताबिक सभी लोग नहा-धोकर इत्र और सुरमा लगाकर ईद की नमाज पढ़ने के लिए स्थानीय मस्जिद की ओर रवाना हुए।
ईद-उल-अजह की नमाज
मनिहार गोठ गांव में बड़ी ही शांति एवं अध्यमिकता के साथ ईद-उल-अजह की नमाज अदा की गई। नमाज के बाद सभी लोग ने एक-दूसरे के गले लगाकर ईद-उल-अजह की बधाइयां दी।
अन्य धर्म के लोगों द्वारा भी दी गई ईद की बधाई
मनिहार गोठ में मुस्लिम धर्म के अलावा अन्य धर्म के कुछ लोग भी रहते हैं। खुशी की बात यह है कि यहां सभी धर्म के लोग एक-दूसरे के साथ प्रेम से रहते हैं और एक-दूसरे के त्योहारों में शामिल भी होते हैं।ईद-उल-अजह के इस पवित्र त्योहार के अवसर पर गांव के अन्य धर्म के लोगों ने मुस्लिम समुदाय को हार्दिक सुभकामनाएं दी हैं। एक हिंदू धर्म के भाई ने तो ये तक कहा कि ईद-उल-अजह का यह पवित्र त्योहार कल्याण, त्याग और भाईचारे का प्रतीक है।