राम मंदिर की व्यवस्था को लेकर भक्तों ने की ये शिकायतें, ट्रस्ट द्वारा किए गए ये 3 महत्त्वपूर्ण बदलाव
अयोध्या के राम मंदिर की व्यवस्था को लेकर मंदिर के भक्तों ने बहुत सी शिकायतें की। ये शिकायतें राम मंदिर ट्रस्ट को पिछले कुछ दिनों से लगतार मिल रहीं थीं। भक्तों द्वारा ट्रस्ट को बताया गया कि राम मंदिर में काफी दिनों से सभी भक्तों के साथ एक जैसा व्यवहार नहीं किया जा रहा है। इसीलिए ट्रस्ट के संज्ञान द्वारा भक्तों के हित में तीन महत्वपूर्ण बदलाव लिए गए हैं।
मंदिर की व्यवस्था को लेकर किए ये तीन महत्वपूर्ण बदलाव
लगभग सभी लोग जानते हैं कि राम मंदिर अयोध्या के श्री राम की जन्मभूमि है। पिछले कुछ दिनों से राम मंदिर में सभी भक्तों के साथ एक-जैसा व्यवहार न करके अलग-अलग व्यवहार किया जा रहा था। इस समस्या का समाधान निकलने के लिए मंदिर के ट्रस्ट ने यह की व्यवस्थाओं में तीन प्रमुख बदलाव किए, जो निम्न प्रकार हैं:-
(1) कोई भी विशिष्ट या अति विशिष्ट व्यक्ति हो या आम व्यक्ति, उसे राम मंदिर के परिसर में चंदन या फिर तिलक नहीं लगाया जाएगा।
(2) किसी भी व्यक्ति को चरणामृत नहीं दिया जाएगा, चाहे वह कोई विशिष्ट व्यक्ति हो या कोई अति विशिष्ट व्यक्ति हो।
(3) मंदिर के दर्शनार्थी पुजारी को पैसे नहीं देंगे बल्कि दान पत्र में ही अपना अर्पण करेंगे।
राम मंदिर के ट्रस्ट के पास बहुत दिनों से यह शिकायत आ रही थी की मंदिर में सभी भक्तों के साथ समान व्यवहार नहीं किया जा रहा है। कुछ विशेष लोगों को विशिष्ट सुविधाएं दी जा रही हैं और आम लोगों को कोई सुविधा नहीं मिल रही हैं। कुछ विशेष लोगों को चंदन का तिलक लगाए जाने और चरणामृत दिए जाने जैसी विशेष सुविधाएं मिल रही हैं। इसी व्यवस्था को राम मंदिर ट्रस्ट ने खतम कर दिया है। ट्रस्ट का कहना है कि किसी भी व्यक्ति को विशेष नहीं माना जायेगा और सभी भक्तों को एक समान नजरों से देखा जायेगा।
व्यवस्थाओं में परिवर्तन की मुख्य वजह
राम मंदिर ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता का कहना है कि मंदिर की व्यवस्थाओं में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है, बस कुछ व्यवस्थाओं में परिवर्तन जरूर किया है। ये परिवर्तन करना भी आवश्यक था, इससे कुछ श्रद्धालुओं के मन में ट्रस्ट के प्रति रोष और शंका भी पैदा होती थी। जैसा की मंदिर में पिछले कुछ दिनों भेदभाव चला आ रहा था, किसी को टीका लग रहा था किसी को नहीं, ऐसे ही किसी को चरणामृत मिल रहा था किसी को नहीं। प्रकाश गुप्ता ने कहा कि मंदिर में सभी भक्तों के साथ समान व्यवहार होना चाहिए क्योंकि हमारे लिए सभी दर्शनार्थी बराबर हैं। इस तरह के भेदभाव को रोकने के लिए ट्रस्ट द्वारा ये बदलाव किए गए।
पुजारियों को नहीं देंगे भक्त पैसे
राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा किए गए तीन बदलावों में से यह सबसे प्रमुख बदलाव है। अभी तक राम मंदिर में जो भी भक्त आते थे वो भगवान के चरणों में अर्पण करने हेतु पैसे और कुछ कीमती चीज सीधे मंदिर के पुजारी को ही दे दिया करते थे, बाद में इन्हें पुजारी अपने पास रख लेते थे। परंतु अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि मंदिर के ट्रस्ट ने कहा है कि मंदिर के भक्त अब पुजारियों को पैसे या अन्य कीमती वस्तुएं नहीं देंगे बल्कि भक्तों को पैसे या अन्य कीमती चीजें दान पत्र में डालनी चाहिए जिससे की वह ट्रस्ट तक पहुंच जाएं। मंदिर के ट्रस्ट का कहना है कि पुजारियों को मंदिर के ट्रस्ट की ओर से एक निश्चित वेतन दिया जाता है, इसीलिए भक्तों द्वारा उन्हें पैसे देने का कोई मतलब नहीं बनता।