पंचायत प्रतिनिधियों की मांग: कार्यकाल 2 साल बढ़ाने को लेकर भेजा मुख्यमंत्री को ज्ञापन
पंचायत प्रतिनिधियों की मांग: पंचायत प्रतिनिधियों ने पंचायतों का कार्यकाल बढ़ाये जाने की मांग की हैl उत्तराखंड पंचायत प्रतिनिधियों की मांग है कि पूरे उत्तराखंड राज्य में तीसरे स्तर के पंचायती चुनाव एक साथ होने चाहिए और पंचायतों का कार्यकाल 2 साल बढ़ाना चाहिएl
पंचायत प्रतिनिधियों की दो ख़ास मांगे
पंचायत प्रतिनिधियों ने पूरे उत्तराखंड राज्य में त्रिस्तरीय (तीसरे स्तर) के पंचायती स्तरीय चुनाव एक साथ करवाने के लिए और पंचायतों का कार्यकाल दो साल तक बढ़ाने की मांग की हैl अपनी मांगों को लेकर पंचायत प्रतिनिधियों ने टनकपुर के उप-जिलाधिकारी आकाश जोशी के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन भेजा है।
इस वजह से की पंचायत प्रतिनिधियों ने मांग?
आंकड़ों के मुताबिक, वर्तमान समय में उत्तराखंड राज्य के हरिद्वार जिले के चुनाव और 12 अन्य जिलों के चुनाव में पूरे दो साल से भी ज्यादा का अंतर मिला हैl राज्य के जिलों में हुए पंचायत चुनाव में इतने बड़े अंतर को लेकर पंचायत प्रतिनिधियों ने दो बड़ी मांगे की हैंl
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पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि पूरे उत्तराखंड राज्य में एक साथ चुनाव कराने जाए, इसके लिए पंचायत प्रतिनिधियों के कार्यकाल को दो साल और बढ़ा देना चाहिए। पंचायत प्रतिनिधियों के कार्यकाल दो साल बढ़ाने से बहुत से फायदे हैंl कार्यकाल बढ़ाने से उत्तराखंड की सभी पंचायतों के चुनाव न केवल एक साथ होंगे बल्कि कोरोना वायरस के समय वर्ष 2020 और 2021 में कोरोना काल के कारण से गावों के विकास में आने वाली अड़चन भी दूर हो जाएगीl
मांगों को लेकर क्या कहा पंचायत प्रतिनिधियों ने
बता दें कि पंचायत प्रतिनिधियों ने अपनी मांगों के सम्बन्ध में उप-जिलाधिकारी आकाश जोशी के माध्यम से उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को एक ज्ञापन भेजा हैl जिसमें उन्होंने अपनी दोनों मांगों और उनसे होने वाले फायदों के बारे में चर्चा की हैl पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि उनकी मांगे उत्तराखंड राज्य की पंचायतों के हित में हैं, इसीलिए मुख्यमंत्री जी से उनका ख़ास निवेदन है कि उनकी मांगों को जल्द से जल्द मंजूरी दे दी जाएl
पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि कोरोना काल में उत्तराखंड की ज्यादातर पंचायतों की गतिविधियां के साथ-साथ सामान्य बैठकों का आयोजन करना भी बहुत मुश्किल हो गया था। इसीलिए यह बहुत आवश्यक है कि राज्य में तीसरे स्तर के पंचायती चुनावों का कार्यकाल बढ़ा दिया जाए और अन्य जिलों के चुनाव भी हरिद्वार के साथ ही कराए जाएं।
इन मांगों को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन देने वालों में मोहिनी चंद, रमिला आर्या, मंजू पांडेय, सुमन चंद, भवानी देवी, दीपा बोहरा, राधिका देवी, आयशा खातून सहित बहुत से अन्य पंचायत प्रतिनिधि भी शामिल थे।