हरियाणा चुनावी हार पर कांग्रेस की समीक्षा बैठक: भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित अन्य नेता मौजूद, शैलजा और सुरजेवाला को नहीं मिला आमंत्रण
भारतीय कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा हरियाणा में हार की समीक्षा के लिए एक बैठक बुलाई गईl इस बैठक में कांग्रेस पार्टी के सांसद राहुल गांधी सहित विधायक भूपेंद्र सिंह हुड्डा, अजय माकन, अशोक गहलोत और प्रताप सिंह बाजवा शामिल रहेl लेकिन रणदीप सिंह सुरजेवाला और कुमारी शैलजा पार्टी में उपस्थित नहीं थेl
भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित बैठक में मौजूद थे ये नेता
भारत के हरियाणा राज्य में हुए विधानसभा चुनावों में हार की समीक्षा के लिए कांग्रेस द्वारा बुद्र्लायती गई बैठक में शामिल लोगों ने कांग्रेस पार्टी द्वारा उठाए गए अगले कदम का संकेत दे दिया है। कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा हरियाणा में हार की समीक्षा को लेकर बैठक बुलाई गईl जिसमें पार्टी के सांसद राहुल गांधी सहित विधायक भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रताप सिंह बाजवा, अजय माकन और अशोक गहलोत जैसे नेता शामिल हुए।
बैठक में रणदीप सिंह सुरजेवाला और कुमारी शैलजा उपस्थित नहीं थेl इस दोनों नेताओं को आवश्यक रूप से बैठक में उपस्थित होना चाहिए था तथा ये हितधारक भी हैंl लेकिन दोनों को ही बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया।
हरियाणा चुनाव में हार की मुख्य वजहों पर चर्चा था उद्देश्य
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा बुलाई गई बैठक का मुख्य उद्ध्जेय हरियाणा के विधानसभा चुनाव में हार के मुख्य कारणों पर चर्चा करना था। बैठक के दौरान कांग्नेरेस नेताओं से सवाल किया गया कि आखिर चुनाव में क्या गलतियां हुईं थीं? बैठक के दौरान EVM पर भी चर्चा की गई।
इसके अलावा बैथ्क्रक में इस बात पर भी चर्चा की गई कि क्या चुनाव में हार की मुख्य वजह अंदरूनी कलह थी?इसके साथ-साथ नेताओं द्वारा आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन न कर पाने और बागी तत्वों से हुए नुकसान को लेकर भी चर्चा कीl
हार से सबक सीखने के लिए बुलाई गई थी बैठक
मिली जानकारी के मुताबिक, हरियाणा चुनाव को लेकर राखी गई समीक्षा बैठक में चर्चा के दौरान सामने आए सभी बिंदुओं का उपयोग आने वाले समय में महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों के लिए उठाने वाले आगामी कदमों के लिए किया जाएगाl
इसके अलावा सीट के बंटवारे पर भी चर्चा की जाएगी क्योंकि कांग्रेस पार्टी का शीर्ष नेतृत्व सहयोगी दलों द्वारा किए जा रहे बयानों से बहुत परेशान हैl इन बयानों में कांग्रेस पार्टी को अहंकार करने से बचने के लिए चेतावनी दी गई है। इस बैठक का गठन मुख्य रूप से हरियाणा चुनाव में मिली हार से सबक सीखने के लिए किया गया था, परन्तु मुख्य हितधारकों की अनुपस्थिति में ऐसा होना असंभव सा लगता हैl