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रविवार, फ़रवरी 23, 2025
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जन्मदिन विशेष: रात 11 बजे घर से निकाली गईं मेनका गांधी, केवल नेता नहीं, एक मॉडल और पत्रकार भी थीं 

जन्मदिन विशेष: रात 11 बजे घर से निकाली गईं मेनका गांधी, केवल नेता नहीं, एक मॉडल और पत्रकार भी थीं 

 

भारत की पुर्व केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी ने 26 अगस्त को अपना 68वां जन्मदिन मनायाl मेनका गांधी को ज्यादातर सभी लोग एक नेता के रूप में ही जानते हैं वो एक मॉडल और एक पत्रकार भी रह चुकी हैं। मेनका राजनीति में तो सक्रिय हैं परन्तु पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की बहू के रूप में गांधी परिवार को नहीं संभाल रही हैंl पति संजय गांधी की मृत्यु के बाद इंदिरा गांधी से तकरार के दौरान उन्होंने मेनका गांधी को रात के करीब 11 बजे घर से बहार निकाल दियाl

 

मेनका गांधी का जन्म और शिक्षा 

मेनका गांधी का जन्म भारत की राजधानी नई दिल्ली के एक सिख परिवार में हुआ था। मेनका के पिता का नाम तरलोचन सिंह आनंद था, जो कि सेना में एक अधिकारी थे। बता दें कि मेनका ने अपनी शुरुआती शिक्षा लॉरेंस स्कूल से पूरी की थी। इसके बाद उन्होंने अपनी स्नातक की पढ़ाई दिल्ली में स्थित लेडी श्री राम कॉलेज से पूरी की थीl इसके अलावा मेनका ने दिल्ली की जेएनयू यूनिवर्सिटी से भी पढ़ाई की थीl कॉलेज के दौरान मेनका ने काफी सारे फैशन शो में प्रतिभाग कियाl कॉलेज के फ़ौरन बाद ही मेनका को मॉडलिंग के लिए चुन लिया गयाl इसके बाद उनका सिलेक्शन बॉम्बे डाइंग के विज्ञापन के लिए हो गयाl
जन्मदिन विशेष: रात 11 बजे घर से निकाली गईं मेनका गांधी, केवल नेता नहीं, एक मॉडल और पत्रकार भी थीं 

मेनका का गांधी परिवार की बहू बनने का सफर 

मेनका जब मॉडलिंग कर रही थीं, तो उस दौरान मेनका की एक तस्वीर को देखकर इंदिरा गांधी के छोटे बेटे संजय गांधी को उनसे प्यार हो गया थाl वर्ष 1974 में जुलाई में दोनों की सगाई हो गई। सगाई के केवल 2 माह बाद ही 23 सिंतबर के दिन दोनों की शादी भी हो गईl संजय और मेनका की शादी होने के बाद कांग्रेस पार्टी थोड़ा कुछ डगमागा सी गईl

वर्ष 1977 में हुए चुनाव में कांग्रेस हो हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद मेनका और संजय गांधी ने कांग्रेस पार्टी को पुनः सत्ता में लाने का संकल्प लिया। इसके बाद मेनका गांधी ने एक राजनीतिक पत्रिका शुरू की, जिसका नाम सूर्या रखा गया। वर्ष 1980 में संजय गांधी की रणनीति और मेनका की राजनीतिक पत्रिका के कारण कांग्रेस एक बार फिर सत्ता में वापस आ गईl

 

 

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पति की मृत्यु के बाद इंदिरा गांधी से बढ़ी तकरार

वर्ष 1980 में एक प्लेन दुर्घटना के दौरान संजय गांधी की मृत्यु हो गई। इसके बाद राजीव गांधी कांग्रेस के विशेष नेता के रूप में उभरे। लेकिन मेनका गांधी इस बात को लेकर काफी ज्यादा नाराज हो गईं, जिसके बाद इंदिरा गांधी से उनकी नोक-झोक बहुत अधिक बढ़ गई। पति की मृत्यु के बाद मात्र 23 वर्ष की उम्र मेनका गांधी को उनकी सास इंदिरा गांधी ने घर से निकला दियाl इंदिरा गांधी ने ऐसा इसीलिए किया क्योंकि उन्हें मेनका के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों द्वारा आयोजित की गई रैलियों का हिस्सा बनने और कांग्रेस पार्टी की सत्ता को हासिल करने का शक था।

 

बिना किसी सामान के घर से निकाला  

28 मार्च 1982 को इंदिरा गांधी विदेश से भारत लौटी थीं। अपने घर पहुंचने के बाद इंदिरा गांधी और मेनका गांधी के दरमियान काफी बात-चीत हुई। सवाल-जवाब के दौरान दोनों के बीच बहस इतनी ज्यादा बढ़ गई कि इंदिरा गांधी ने गुस्से में आकार मेनका से घर छोड़ने के लिए तक कह दिया। इसके जवाब में मेनका गांधी ने कहा कि वो घर छोड़कर नहीं जाएंगीl परन्तु इंदिरा गांधी अपने बात से पीछे नहीं हठीl

 

रात के 11 बजा छोड़ना पड़ा घर 

मेनका गांधी ने परेशान होकर इंदिरा गांधी की कही हुई बात की सूचना अपनी बहन को दी। इंदिरा गांधी ने मेनका गांधी से कहा था कि वो बिना कुछ सामान लिए घर छोड़कर चली जाएl मेनका के सूचना देने पर उनकी बहन काफी ज्यादा गुस्सा हुईl उनकी बहन ने इंदिरा गांधी से कहा कि ये घर सिर्फ आपका तो नहीं है, ये संजय गांधी का भी घर हैl इसके जवाब में इंदिरा गांधी ने कहा कि ये घर किसी का नहीं है, ये सिर्फ प्रधानमंत्री का घर है। जिसके बाद रात के लगभग 11 बजे मेनका गांधी अपने दो वर्षीय पुत्र वरुण गांधी के साथ घर छोड़कर चली गईं थींl

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