क्या गांधी-बच्चन विवाद का अंत हो गया? सोनिया गांधी जया बच्चन नई दोस्ती से लोगों के होश उड़े
संसद के बाहर जब सोनिया गांधी और जया बच्चन को हंसी-मजाक करते हुए देखा गया, तो सभी लोग यह देखकर आश्चर्य हो गए कि क्या गांधी और बच्चन परिवार के बीच बड़ी कड़वाहट ख़तम हो गई हैl सबसे बड़ा आश्चर्य तो तब उत्पन्न हुआ जब सोनिया ने जया को उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के विपक्ष में चुनाव लड़ने का सुझाव दियाl
गांधी और बच्चन परिवार के बीच नई दोस्ती
ऐसा कहा जाता है कि अधिकतर राजनीति में कभी भी दोस्ती या दुश्मनी नहीं होती है। राजनीति में कोई भी दुश्मन या दोस्त नहीं होता हैl इन दिनों चर्चा में चल रही गांधी और बच्चन परिवार की नवीन दोस्ती ने इस बात को सही साबित कर दिया हैl हाल ही में समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन और कांग्रेस की सांसद सोनिया गांधी के बीच नई दोस्ती हो गई हैl
पहले दोस्त, फिर दुश्मन और अब फिर बने दोस्त
बता दें कि इन दिनों गांधी और बच्चन दोनों ही परिवारों के बीच चल रही दोस्ती इसीलिए चर्चा में है क्योंकि ये परिवार पहले बहुत करीबी थे लेकिन दोनों परिवारों के बीच सोनिया गांधी और जया बच्चन के कारण काफी कड़वाहट पैदा हो गई थीl बताया जाता है कि जब कांग्रेस की सांसद सोनिया गांधी भारत आई थी और उन्होंने राजीव गांधी से विवाह करने के का फैसला किया थाl
सोनिया गांधी तो तब हिंदी नहीं आती थी, उस समय अमिताभ बच्चन की मां तेजी बच्चन ने ही सोनिया गांधी को हिंदी भाषा सिखाईl यह तो कुछ भी नहीं, कुछ समय पहले हुए एक इंटरव्यू के दौरान सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका गांधी ने बताया कि बचपन में “तेजी आंटी” ने उन्हें हिंदी में एक कविता भी सिखाई थी।
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दुश्मनी की असली वजह कोई नहीं जनता
बताया जाता है कि पहले राजीव गांधी, अरुण नेहरू और अमिताभ बच्चन एक-दुसरे के साथ बिलकुल इस प्रकार रहा करते थे, जिस प्रकार वर्तमान में राहुल गांधी और उनके युवा नेताओं के समूह रहा करते थे। बता दें कि अमिताभ बच्चन ने अपने सबसे करीबी दोस्त राजीव गांधी की सहायता करने के उद्देश्य से राजनीति में कदम रखा था। इतना ही नहीं अमिताभ ने प्रियंका गांधी का कन्यादान भी किया थाl कन्यादान एक ऐसी परंपरा है, जिसमें एक पिता अपनी पुत्री की शादी में उसे विदा करता है।
लेकिन अचानक से गांधी और बच्चन दोनों परिवारों के बीच कुछ अन-बन हो गई और दोनों परिवारों के बीच रिश्ते खराब हो गएl दोनों के परिवारों के बीच पड़ी इस दरार की असली वजह कोई नहीं जानता हैl परन्तु यह कहा जाता है कि गांधी परिवार के लोग ये समझते थे कि बोफोर्स के सबसे बड़े संकट के समय अमिताभ ने उनका साथ नहीं दियाl
अब हो गई नई दोस्ती
लेकिन, फिर धीरे-धीरे सारी चीजें बदलती गईं। इन दिनों जया बच्चन और सोनिया गांधी को संसद के बाहर एक साथ हंसते हुए देखा गया, जिसने लोगों को काफी ज्यादा हैरान कर दिया। परन्तु लोगों के लिए सबसे ज्यादा चौकाने वाली बात यह थी कि सोनिया गांधी ने ही जया को उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के खिलाफ चुनाव लड़ने का सुझाव दियाl