सैम पित्रोदा की कांग्रेस में जोरदार वापसी, कांग्रेस के वादे पर भाजपा ने लगाया पाखंड का आरोप
भाजपा पार्टी ने कहा कि पीएम मोदी को पहले ही आभास हो गया था कि लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद कांग्रेस में सैम पित्रोदा की वापसी होने वाली है।
कांग्रेस पार्टी द्वारा सैम पित्रोदा को सोमवार के दिन कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए नियुक्त कर दिया गया है। सैम पित्रोदा ने लोकसभा चुनाव के समय अपने पार्टी के बारे में विवादित बयान दिए थे। सैम पित्रोदा के इस बयान से पार्टी को शर्मसार होना पड़ा था। इस मामले के पश्चात् सैम पित्रोदा ने कुछ सप्ताह पहले ही पद से इस्तीफा दे दिया था। कांग्रेस पार्टी ने पित्रोदा को आश्वासन दिलाया था कि भविष्य में विवादकर्ताओं के लिए कांग्रेस पार्टी में कोई जगह नहीं छोड़ी जाएगी। दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इस घटनाक्रम पर जोरदार प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि उनका कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देना केवल चुनावी हथकंडा है, और कुछ नहीं।
बीजेपी पार्टी ने एक्सक्लूसिव चैनल पर कहा था, “प्रधानमंत्री मोदी के लगाए गए अनुमान के अनुसार, कांग्रेस पार्टी द्वारा लोकसभा चुनाव के समय सैम पित्रोदा को अध्यक्ष के पद से हटाना सिर्फ एक चुनावी हथकंडा था। अब कांग्रेस पार्टी ने उन्हें इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में बहाल कर दिया है। कांग्रेस द्वारा लिए गए इस निर्णय के कारण कांग्रेस पार्टी सहित उसके नेताओं का भी पाखंड उजागर हो चुका है।”
सैम पित्रोदा ने लोकसभा चुनाव के समय कई विवादास्पद टिप्पणियां की थीं जिसके कारण भाजपा पार्टी को कांग्रेस पर हमला करने का मौका मिल गया था। इसीलिए 8 मई के दिन कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
बुधवार के दिन कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि सैम पित्रोदा द्वारा पार्टी नेतृत्व को अपने बयानों का संदर्भ समझा दिया गया है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से कहा, “इसी वर्ष लोकसभा चुनाव 2024 के प्रचार के दौरान सैम पित्रोदा ने कुछ ऐसी टिप्पणियां करीं थीं जो कांग्रेस को अस्वीकार्य थीं और इन टिप्पणियों के कारण भाजपा को कांग्रेस पर प्रहार करने का मौका मिल गया था।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने अपनी बात को आगे बड़ते हुए कहा कि सैम पित्रोदा ने आपसी सहमति से कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। इस मामले के बाद सैम पित्रोदा ने स्पष्ट किया कि उनके द्वारा किस संदर्भ में बयान दिए गए थे और उनके द्वारा दिए गए बयानों और टिप्पणियों को मोदी सरकार ने किस तरह तोड़-मरोड़ कर पेश किया था। कांग्रेस पार्टी ने सैम पित्रोदा को पुनः इस आश्वासन पर नियुक्त किया है कि उनके द्वारा भविष्य में इस तरह के विवादों को जन्म देने की गुंजाइश नहीं छोड़ी जायेगी।”