ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट का झांसा देकर लोगों को ठगते थे, शाहदरा पुलिस किया गिरफ्तार
ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट का झांसा देकर कई लोगों को ठगा: राजस्थान में रहने वाले दो युवा ऑनलाइन इन्वेस्मेंट का बहाना बनाकर सीधे-साधे लोगों को ठगा करते थेl शाहदरा की पुलिस ने ऑनलाइन इन्वेस्मेंट का झांसा देकर लोगों को ठगने वाले इन दोनों लोगों को गिरफ्तार कर लिया हैl दोनों ने अभी कुछ समय पहले ही एक शख्स से लगभग 7 लाख 50 हज़ार रूपये ठगे थेl कम समय में जल्दी अमीर बनने का यह जोश आपकी जिंदगी भर मेहनत से कमाई हुयी पूँजी को पानी में डुबो सकता हैl इसीलिए इस तरह के किसी भी मैसेज, विज्ञापन या फ़ोन कॉल से सावधान रहना चाहिएl
ऑनलाइन इन्वेस्मेंट करके कम समय में जल्दी मोटी कमाई करने का झांसा देकर ठगी करने वाली गैंग को शाहदरा जिले की साइबर क्राइम पुलिस ने खोज निकला हैl शाहदरा पुलिस ने राजस्थान से दो लोगों को गिरफ्तार किया हैl इन दोनों आरोपियों के पास से एक मोबाइल फ़ोन और एक हौंडा सिटी कार बरामद हुआ हैl शाहदरा जिले के डीसीपी सुरेन्द्र चौधरी द्वारा बताया जा रहा है कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान हो गयी हैl इनमें से एक राजस्थान के जयपुर का निवासी कुलदीप मीणा और दूसरा सीकर निवासी विश्वनाथ प्रताप हैl
इसके आलावा डीसीपी ने बताया की 31 मई को शाहदरा जिले की साइबर पुलिस के पास ठगी के सम्बन्ध में शिकायत दर्ज करवाई गयी थीl यह शिकायत राजेश नामक एक व्यक्ति ने दर्ज करवाई थीl शिकायतकर्ता राजेश द्वारा बताया गया कि इन्टरनेट पर उन्होंने एक पोर्टल देखा था, जिसमे ऑनलाइन इन्वेस्मेंट करके कम समय में जल्दी मोटी कमाई की गारंटी को प्रदर्शित किया गया थाl
राजेश ने जब पोर्टल पर दिए गए नंबर पर संपर्क किया तो उन्हें ऑनलाइन इन्वेस्मेंट झांसा देकर कुछ ट्रेंडिंग एप भी डाउनलोड करवाई गयी, ताकि उन्हें यह यकीन हो जाये की ये योजना सच में काम करेगीl राजेश जैसे साधारण व्यक्ति उनकी बातों में फंस गए और ऑनलाइन इन्वेस्मेंट के नाम पर 7 लाख 50 हज़ार की एक बड़ी ठगी का शिकार हो गएl
राजेश की शिकायत पर शाहदरा जिले की साइबर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया और मामले की जांच शुरू कीl इस मामले की जांच के लिए शाहदरा जिले की साइबर पुलिस ने इंस्पेक्टर मनीष कुमार वर्मा के नेतृत्व में एसआई श्वेता शर्मा, डब्ल्यू/एचसी सोनिया, एचसी अनुज, एचसी विकास, एसएचडी और कॉन्स्टेबल मनीष, कॉन्स्टेबल सौरभ की एक टीम का गठन किया गयाl
शाहदरा जिले की साइबर पुलिस टीम ने विभिन्न बैंक खतों की जांच की, इन बैंक खातों में धोखाधड़ी की राशि हस्तांतरित की गई थीl यह बैंक खता जैसलमेर में पाया गया थाl बैंक खाते की जांच के दौरान ही टीम द्वारा एक ऑनलाइन लेन-देन के आईपी लोग से जुड़े हुए एक मोइले नंबर की पहचान की गयी थीl जब इस मोबाइल नंबर पर कॉल लगायी गयी तो यह मोबाइल नंबर बंद पड़ा थाl परन्तु इस मोबाइल नंबर जुड़ा आईएमईआई नंबर सक्रिय थाl इस आईएमईआई नंबर पर ही एक सिम कार्ड भी सक्रिय थाl तकनीकी निगरानी का उपयोग करते हुए, आधिकारियों ने जयपुर और राजस्थान में दो अपराधियों कुलदीप मीणा और विश्वनाथ प्रताप को गिरफ्तार कियाl